संस्कारों के साथ सर्वांगिण विकास
बालिका के शिक्षित होने से , शिक्षा का होगा आगाज
ये नन्ही कालिया पुष्प बनेंगी, महक उठेगा सारा समाज |
आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में कन्या साक्षरता का प्रतिशत बढ़ाने के उद्देश्य से कन्या शिक्षा परिसर की स्थापना की गई है | परिसर का उद्देश्य केवल कन्या साक्षरता ही बढ़ाना नहीं है, अपितु समाज का सर्वांगिक विकास करना है | चूँकि महिला ना केवल अपना परिवार वरन अपना ससुराल भी संवारती है | ऐसी स्थिति में कन्या का सामाजिक , सांस्क्रतिक ,आर्थिक विकास देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है |कन्या शिक्षा परिसर में छात्राओ को नियमित अध्यापन के अतिरिक्त सामान्य ज्ञान , खेल - कूद , कंप्यूटर एवं टेक्नोलॉजी , योगाभ्यास , नैतिक शिक्षा में निपूर्ण करने के प्रयास किये जाते है|